500 जोक्स इन हिंदी | फनी जोक्स इन हिंदी फॉर व्हाट्सएप्प
इस ब्लॉग में, हम आपके लिए लाए हैं "500 जोक्स इन हिंदी" का एक बेहतरीन संग्रह। यहाँ आपको बेहतरीन मजेदार हिंदी जोक्स, हास्यपूर्ण कहानियाँ और हंसाने वाली पंजीकरणें मिलेंगी। इन जोक्स के माध्यम से आप अपने दिन को खुशियों से भर सकते हैं और अपने दोस्तों और परिवार को भी हंसाने का मौका दे सकते हैं। यह संग्रह आपकी मनोहारी और मनोरंजक जिंदगी को और रंगीन बनाएगा। तो अब तैयार हो जाइए हंसने के लिए!
500 जोक्स इन हिंदी : हंसी के लिए भरपूर मनोरंजन
राहुल: तू जानता है न, मैंने अभी-अभी एक कार खरीदी है?
मोहन: वाह, कार खरीद ली? कौन सी?
राहुल: किचन कार, यार! वहां से यहां तक चलाने में आसानी होगी।
पप्पु: यार, मुझे एक बहुत खतरनाक दिमाग वाली बन्दूक चाहिए। सप्पु: क्या? किसलिए? पप्पु: अरे यार, नगर पालिका में अचानक बजरंगबली का नाच शुरू हो जाता है, जब बजने लगे तो जल्दी से उठकर जा पाऊंगा।
गुरु: बेटा, सवाल पूछूं? छात्र: जी, आपको क्या जानना है? गुरु: बताइए, धन्यवाद। सवाल यह था कि, "जहाज में नाविक अपना चिट्ठा गुब्बारे में कैसे बंधता है?" छात्र: (हंसते हुए) आपके पास ऐसा बड़ा दिमाग होने के बावजूद भी, ऐसे वाक्य सोचने का धन्यवाद।
पप्पु: यार, तेरे आगे चलकर लोग मेरी इज्जत करते हैं। बप्पु: क्यों, क्या हो गया है? पप्पु: अरे, मैंने अभी तक उनकी आँखें देखी ही नहीं हैं, उनकी जुत्तियों की आवाज़ सुनी है।
छोटू: यार, बार-बार तुझे घर छोड़ने पड़ता है, बहुत खामोशी से घर चलता है। मोटू: वो कैसे? छोटू: मैं उनको पकड़ने की कोशिश करता हूं, वो तो घुसने लगता है।
पप्पु: तेरे पास इंटरनेट है? छप्पु: हां, है। पप्पु: जब तू इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं कर रहा हो तब तू क्या करता है? छप्पु: अरे, उस समय तो एक इंटरनेट वाला दूसरे इंटरनेट वाले से बातें कर रहा होता हूं।
पप्पु: यार, तेरे होंठ तो लाल हैं, इसका कारण क्या है? छप्पु: मैं रोज़ अगरबत्ती जलाता हूं, इसलिए। पप्पु: वाह, तेरे जैसे अमीरों के होंठ लाल होते हैं, मेरे जैसे गरीबों के तो साहब होते हैं।
छोटू: यार, तू कभी एक लाख रुपये की नोट देखी है? मोटू: हां, देखी है, तू देखना चाहेगा? छोटू: हां, चाहिए। मोटू: तो बाहर जा, वही लाखों की नोट लगी हुई है।
पप्पु: यार, मैंने अभी-अभी तारक मेहता का उल्टा चश्मा का एक एपिसोड देखा। बप्पु: अच्छा, उसमें क्या हुआ? पप्पु: इस एपिसोड में सब कुछ उल्टा हो गया था, चश्मा, पेटी, सब उल्टा।
बंता: यार, तू जानता है न, मैंने अपने खाते में पांच लाख रुपये जमा करवाए हैं? जीता: वाह, पांच लाख रुपये? फिर तू इस क्या करेगा? बंता: अरे, उसकी फोटो खींचवाने के लिए वैट्सएप अपडेट करना पड़ेगा!
बेटा: पापा, मैंने स्कूल में एक नया टीचर देखा है। पिता: वाह, उसका नाम क्या है? बेटा: वो अपने नाम के साथ एक 'मिस' लगाती है। पिता: तो क्या हुआ, उसका नाम क्या है? बेटा: मिस्टरियस, पापा!
पप्पु: यार, तूने देखा है, रावण के पंचावटी में क्या होता है? छप्पु: नहीं, बता ना! पप्पु: वहां कोई भी आदमी अगर वो चश्मा उतारता है, तो उसकी आंखें भी उतर जाती हैं!
पप्पु: यार, जीवन एक गणित समस्या है। छप्पु: कैसे? पप्पु: इतनी कॉफी पिया तो सोने का समय आता नहीं है, और अगर सोने चला जाऊं तो कॉफी की जरूरत महसूस होती है!
मोहन: यार, तू जानता है न, मेरे घर में एक पूजा घर है? सोहन: हाँ, उसमें क्या करते हो? मोहन: जब मैं खाने जा रहा होता हूं, तो उसके सामने ही प्राणायाम करता हूं, ताकि भगवान को यह लगे कि खाना खाने जा रहा हूं!
पप्पु: यार, मैंने एक नया व्यापार शुरू किया है। बप्पु: वाह, क्या व्यापार है? पप्पु: मैं लोगों को जबरदस्ती हँसाने का व्यापार कर रहा हूं। बप्पु: वाह, तो क्या तेरा व्यापार चल रहा है? पप्पु: नहीं, सबको हँसाने के बदले मुझे हँसने के पैसे देने पड़ रहे हैं!
छोटू: यार, तेरे दांत इतने सफेद कैसे हैं? पप्पु: वो मैं रोज़ चावल खाने के बाद दांतों को अदरक से रगड़ता हूँ। छोटू: वाह, तो यही है सफेद दांतों का राज़? पप्पु: नहीं, यही है गर्दन के दर्द का राज़, दांतों का रंग तो यूँ ही चमकता है।
पप्पु: यार, मैंने एक नया स्मार्टफ़ोन ख़रीदा है। बप्पु: वाह, ब्रांड कौनसी है? पप्पु: "नो नेटवर्क" नामक ब्रांड का है। बप्पु: वाह, उसमें फ़ीचर्स क्या हैं? पप्पु: फ़ीचर तो उसमें बहुत हैं, पर नेटवर्क नहीं है।
बंता: यार, तूने देखा है, जो आदमी नाचता है वो धूम मचाता है। संता: वाह, कहानी सुनाने का अंदाज़ तो बहुत है तेरे पास, पर वक्त से पहले तो उड़ासी करता है।
छोटू: यार, तू कैसे इतना फिट रहता है? पप्पु: देख, मेरा सिर इतना भारी है कि उठने पर ही चर्चा हो जाती है, बाद में दौड़ने और गिरने की बात ही कहां से आती है!
पप्पु: यार, मैंने आज नया बैंक खाता खोला है। बप्पु: वाह, कितना बड़ा खाता है? पप्पु: जी नहीं, वो खाता तो छोटा ही है, बस मैंने एक स्मार्टफ़ोन लेने के लिए बैंक में पंजीकरण करवाया है!
छोटू: यार, तू जानता है, मैं अपने बालों को हर हफ्ते बाल स्पा करवाता हूं? पप्पु: हाँ, देख रहा हूँ। छोटू: तो तू क्यों नहीं करता? पप्पु: मेरे दोस्त, मेरे बालों को उड़ाने के लिए ख़रीदा गया है, न कि उन्हें घना करने के लिए!
बंता: यार, तेरी आंखों का रंग बहुत खूबसूरत है। इसका राज़ क्या है? जीता: धन्यवाद यार! इसका राज़ है कि मैं रोज़ चश्मा नहीं पहनता, तो लोग उदासी नहीं देख पाते!
पप्पु: यार, मैंने अपने कॉलेज का इंटरव्यू दिया था। छप्पु: वाह, कैसा रहा? पप्पु: अरे, मेरे सामने एक सवाल आया, "तुम्हारे विषय में जोक्स बताओ।" छप्पु: और तूने क्या कहा? पप्पु: "मैं बंदर हूं, विज्ञान के विषय में क्या बताऊंगा, गोरिल्ला के विषय में बता दूंगा?" फिर मुझे टिकट आउट कर दिया गया!
बेटा: पापा, मैंने अपने दोस्त को एक नया अंगूठी दी है। पिता: वाह, उसके लिए तुमने पैसे कहां से लिए? बेटा: अरे, उसकी अंगूठी ही ली थी, वो लौटा नहीं!
पप्पु: यार, मैं एक नया डायट प्लान शुरू किया हूं। बप्पु: वाह, अच्छा है। क्या है उसमें? पप्पु: मैं रोज़ रात को ताली बजाता हूँ, और सुबह उठते ही दाल खा लेता हूँ। वजन घटाने का प्लान, अगर कोई समझेगा तो वजन बढ़ाने का प्लान भी बता देना!
मोहन: यार, तू जानता है न, मेरे दिमाग में बहुत आईडियास होते हैं? सोहन: हाँ, यार, तू जरूर कहीं छुपाता होगा! मोहन: छलक रहा है क्या? मेरे दिमाग के आईडियास वाला टैप बहुत दिनों से लीक हो रहा है!
छोटू: यार, तू जानता है, मेरे पास एक ख़ास सूट है जो मुझे बहुत चमकीला बनाता है। पप्पु: वाह, वो कैसा सूट है? छोटू: यार, वो सूट जो पॉकेट में सोने की चिड़िया बैठी होती है!
पप्पु: यार, आज मैंने एक बहुत ख़ास वेशभूषा पहनी है। बप्पु: वाह, क्या वेशभूषा है? पप्पु: माइंड टीचर ने दी थी, जब भी कोई मेरी बात नहीं समझता तो मैं उसे यहां ले आता हूँ।
छोटू: यार, तू जानता है, मेरे पास सबसे अच्छा मसालेदार नाश्ता है। पप्पु: वाह, वो कौनसा है? छोटू: यार, चोकलेट खाकर आलू चिप्स खाने का मज़ा ही कुछ और होता है!
पप्पु: यार, तू जानता है, मैं अच्छे तरीके से आँखें चमकाता हूं। बप्पु: सच? कैसे? पप्पु: मैं रोज़ रात को जब भीगी चमचमाती हूँ, तब ही मेरी आँखों को चमक मिलती है!
बंता: यार, मैंने एक नया गाड़ी ख़रीदी है! संता: वाह, वो कौनसी है? बंता: मेरे बॉस की गाड़ी! वो तो हमेशा मुझे घर छोड़ने के लिए आते हैं, अब मैं ख़ुद ही आउट स्टेशन जाऊंगा!
पप्पु: यार, मैंने अपने दोस्त को एक नया फोन दिया है। छोटू: वाह, वो कौनसा फोन है? पप्पु: "नॉनस्टॉप वायरलेस" नामक फोन है। बातें करने के लिए नेटवर्क नहीं चाहिए, सिर्फ़ जबरदस्त गपशप की इच्छा चाहिए!
सोनू: यार, मैंने एक नया डांस स्टेप बनाया है! मोनू: वाह, कैसा है वो स्टेप? सोनू: यार, वो स्टेप जिसमें मैं अपने पैरों को फ़्लोर पर रखता हूँ और फिर उन्हें उठा कर बिना किसी भी स्पर्श के वापस ग्राउंड पर लेता हूँ। मैं इसे "विमान डांस" कहता हूँ!
पप्पु: यार, मैंने एक नया गाना बनाया है! बप्पु: वाह, वो कैसा गाना है? पप्पु: "कैसे कहूं, तुम देखो तो लगता है जैसे टेलीविज़न नहीं चल रहा, पर वो ट्रांज़िशनल रेडियो स्टेशन है!"
बंता: यार, मेरी आंखों में एक नयी ख़ूबसूरती आ गई है! संता: सच? वो कैसी है? बंता: मेरी आंखें अब इतनी खूबसूरत हो गई हैं कि जब मैं उन्हें खोलता हूँ, तो सब लोग अपनी आंखें बंद कर लेते हैं!
पप्पु: यार, मैंने एक नया हेलमेट ख़रीदा है। छोटू: वाह, वो कैसा हेलमेट है? पप्पु: यार, ये हेलमेट जब भी मैं खाना खाने जाता हूँ, तो मेरे मुँह में खुद बोलता है, "खाना खा ले, वरना तू दस्तर्द भर जाएगा!"
राजू: यार, तूने देखा है वो नया फिल्म ट्रेलर? श्याम: नहीं, कौनसी फिल्म की बात कर रहा है तू? राजू: "जब हम तब बारिश में थे"। श्याम: वाह, वो कैसी फिल्म है? राजू: यार, वो फिल्म जिसमें एक आदमी बारिश में चल रही कार में गीत गा रहा है, और लोग बिना छाता खोले अपनी उम्मीदों को बरसात के बाद बहा रहे हैं!
बंता: यार, तूने सुना है नया नाच गाना? जीता: नहीं, कौनसा गाना है वो? बंता: "फिटनेस के आगे सब मज़े हैं"। जीता: वाह, वो कैसा गाना है? बंता: यार, वो गाना जिसमें लोग जिम जाने के बजाय खाना खाने के लिए उठते हैं, और उनकी मस्ती और पेट की मोटाई बढ़ाने के लिए ज़ोरों से नाचते हैं!
पप्पु: यार, तूने देखी है वो नयी टीवी शो? छोटू: नहीं, कौनसी शो की बात कर रहा है तू? पप्पु: "बॉस की छुट्टी"। छोटू: वाह, वो कैसा शो है? पप्पु: यार, वो शो जिसमें बॉस घर से बहार गए हैं और कर्मचारी घर में बैठ कर मज़े कर रहे हैं, और उनके पीछे ख़ुद की छुट्टी की दीवानी बैठी है!
जग्गू: यार, तूने सुना है वो नयी गेम? मंगल: नहीं, कौनसा गेम है वो? जग्गू: "खाना खाओ और लूट लो"। मंगल: वाह, वो कैसा गेम है? जग्गू: यार, वो गेम जिसमें तू चीज़ें खाने के लिए एक्सप्लोर करता है, और जब तू खाना खा लेता है, तो तू अपने दोस्तों को अपनी खाना की लूट देता है!
सोहनी: यार, तूने देखी है वो नयी फ़ोटोग्राफी किताब? जैनी: नहीं, कौनसी किताब है वो? सोहनी: "शब्दों की कैमरा"। जैनी: वाह, वो कैसी किताब है? सोहनी: यार, वो किताब जिसमें शब्दों की ताकत से तू किसी भी चीज़ को तस्वीर में बदल सकता है, और ख़ास करके तू अजीबोगरीब लोगों की सेल्फ़ी खींचता है!
बिल्लू: यार, तूने सुना है वो नयी टेलीविज़न सीरीज़? जिम्मी: नहीं, कौनसी सीरीज़ है वो? बिल्लू: "कॉमेडी का लूट"। जिम्मी: वाह, वो कैसी सीरीज़ है? बिल्लू: यार, वो सीरीज़ जिसमें कॉमेडियन्स घर घर जाकर लोगों की हंसी लूटते हैं, और खासतौर पर वो शक्लें जो कॉमेडियन लोग उतारते हैं जब कोई उनकी मज़ाकिया वीडियो बना रहा हो!
रामु: यार, तूने सुना है वो नया व्हाट्सएप स्टिकर पैक? श्यामु: नहीं, कौनसा स्टिकर पैक है वो? रामु: "मज़े की राह"। श्यामु: वाह, वो कैसा स्टिकर पैक है? रामु: यार, वो स्टिकर पैक जिसमें तू अपने दोस्तों को मज़ेदार और हंसमुख राहों में घुसा सकता है, और उन्हें चिढ़ाता है!
बुन्टी: यार, तूने देखी है वो नयी रेस्टोरेंट? बबली: नहीं, कौनसा रेस्टोरेंट है वो? बुन्टी: "खाओ पीओ और घिसो"। बबली: वाह, वो कैसा रेस्टोरेंट है? बुन्टी: यार, वो रेस्टोरेंट जहां तू खाना खाता है, पीने के लिए मस्त दरिया में उतरता है, और जब तू निकलता है, तो तू अपने पेट के साथ-साथ अपने दोस्तों को भी घिस लेता है!
रिया: यार, तूने सुनी है वो नयी शायरी किताब? विजय: नहीं, कौनसी किताब है वो? रिया: "दिल की पेंटिंग"। विजय: वाह, वो कैसी किताब है? रिया: यार, वो किताब जिसमें शब्दों की रंगीन पेंटिंग बनती है, और ख़ासतौर पर उसमें वो शायरी होती है जो दिल को छू जाती है!
मोहन: यार, तूने देखी है वो नया टेलीविज़न एप्लीकेशन? रोहन: नहीं, कौनसा एप्लीकेशन है वो? मोहन: "टीवी चलाओ, रैली में बहार जाओ"। रोहन: वाह, वो कैसा एप्लीकेशन है? मोहन: यार, वो एप्लीकेशन जिसमें तू टेलीविज़न चला सकता है, और साथ ही रैली में भाग ले सकता है, जैसे कि टीवी देखते-देखते तू एक स्टेडियम में पहुंच जाएगा!
सुनील: यार, तूने सुनी है वो नया वेबसाइट? मुन्ना: नहीं, कौनसी वेबसाइट है वो? सुनील: "हंसते रहो, अच्छा खाओ"। मुन्ना: वाह, वो कैसी वेबसाइट है? सुनील: यार, वो वेबसाइट जिसमें तू बहुत सारे मज़ेदार वीडियो देख सकता है, और साथ ही उससे तू बेहतरीन खाने के स्थानों की जानकारी भी प्राप्त कर सकता है!
प्रिया: यार, तूने देखा है वो नया देशभक्ति सॉन्ग? विक्रम: नहीं, कौनसा सॉन्ग है वो? प्रिया: "दिल से देश को प्यार करो"। विक्रम: वाह, वो कैसा सॉन्ग है? प्रिया: यार, वो सॉन्ग जिसमें तू अपने दिल से देश के प्रति प्यार जताता है, और साथ ही उसमें उत्साह और गर्व की भावना होती है!
रवि: यार, तूने सुनी है वो नया टेक्नोलॉजी गैजेट? संजय: नहीं, कौनसा गैजेट है वो? रवि: "स्मार्ट शो कोट"। संजय: वाह, वो कैसा गैजेट है? रवि: यार, वो गैजेट जिसमें एक शो कोट में स्मार्ट टेक्नोलॉजी लगी होती है, और उससे तू अपने मनपसंद गाने बदल सकता है, उठाने-बैठाने के लिए कमांड दे सकता है, और भी बहुत कुछ कर सकता है!
अरविंद: यार, तूने देखी है वो नयी फ़िल्म? दीपक: नहीं, कौनसी फ़िल्म है वो? अरविंद: "हंसी की पेटी"। दीपक: वाह, वो कैसी फ़िल्म है? अरविंद: यार, वो फ़िल्म जिसमें तू हंसी की पेटी में घुस जाता है, और उससे निकलते-निकलते तू खुद हंसी की पेटी बन जाता है!
तारा: यार, तूने सुनी है वो नया गाना? संदीप: नहीं, कौनसा गाना है वो? तारा: "मस्ती की मशीन"। संदीप: वाह, वो कैसा गाना है? तारा: यार, वो गाना जिसमें तू मस्ती की मशीन बन जाता है, और उसमें तू धूम मचाता है, नाचता है, और मस्ती का माहौल बनाता है!
विजय: यार, तूने देखी है वो नयी व्हीकल? आर्या: नहीं, कौनसी व्हीकल है वो? विजय: "हँसते रहो, ज़ूम करो"। आर्या: वाह, वो कैसी व्हीकल है? विजय: यार, वो व्हीकल जिसमें तू हँसते रह सकता है, और उसकी स्पीड में ज़ूम कर सकता है, जैसे कि तू आधी दूरी एक हँसी के साथ तय कर सकता है!
पप्पु: यार, तू कितने परीक्षा में फेल हुआ है?
गप्पु: अभी तक कुछ नहीं, लेकिन मैं तो दौरे लगा रहा हूँ!
एक पत्नी अपने पति से: तुम बहुत भूलकड़ हो गए हो!
पति: कैसे?
पत्नी: कल तुमने मुझसे पूछा था कि मैंने अपनी एक चीज़ कहीं छिपाई है या नहीं।
पति: हाँ, और?
पत्नी: तो मैंने कहा था "नहीं"।
पति: अच्छा, वह चीज़ तुम्हारी अब तक कहां छिपी हुई है?
एक आदमी अपने दोस्त से: यार, मैंने कल एक दूकान से 5 रुपये की चीज़ ली थी, लेकिन मुझे वह 10 रुपये की लगी!
दोस्त: तो फिर तूने उसे वहीं छोड़ दिया होगा ना?
आदमी: नहीं, मैंने उसे लेकर दूसरी दूकान पर जा कर 5 रुपये बचा लिए!
एक छोटा बच्चा अपने दोस्त से: तू जानता है, मेरे पास सिर्फ एक आंख है।
दोस्त: वाह, वो कैसे हुआ?
बच्चा: मेरी माँ ने मुझे कहा था, "बेटा, अगर तू मेरी बात नहीं मानेगा तो मैं तेरी आंख निकाल दूंगी"।
एक आदमी ने दरवाज़ा खोला और एक पिंजरे में एक बंदर देखा।आदमी: यहाँ कौन रहता है?
बंदर: मैं रहता हूँ।
आदमी: तू कैसे बोल सकता है?
बंदर: क्योंकि मैं अपनी ज़बान जानता हूँ, और तू बातें कर रहा है।
एक पत्नी अपने पति से: तुम्हारी तो अच्छी आदतें नहीं हैं।
पति: कौन सी आदतें?
पत्नी: जब भी मैं बात करती हूँ, तुम अपने बर्तन धोने लगते हो।
पति: अरे वो मैं उन्हें धोता हूँ ताकि तुम्हारी आवाज़ साफ़ सुथरी सुनाई दे।
एक आदमी अपने दोस्त से: यार, मेरी पत्नी खुशनुमा खाना बनाती है, पर सब्ज़ी बहुत ज्यादा मेहनत से बनती है
दोस्त: कैसे?
आदमी: उसकी खाने की इच्छाएं बड़ी ज्यादा होती हैं और उसे लगता है कि सब्ज़ी बनाने से पहले सब्ज़ी को एक मॉर्टर में पीसना चाहिए!
एक प्रोफ़ेसर अपने छात्र से: "माहे मायूस नहीं होने का कारण क्या होता है?"
छात्र: "पेपर में चीज़ चुराने के लिए छुपाने की जगह नहीं मिलती है, सर!"
एक आदमी अपने दोस्त से: तू जानता है, मेरी पुरानी किताबें बहुत महँगी हो गई हैं।
दोस्त: क्यों, उनकी कीमत बढ़ गई है?
आदमी: नहीं, मेरे बच्चे उन्हें खा रहे हैं, इसलिए मैंने उन्हें बेच दिया है!
एक आदमी ने अपने दोस्त से कहा: तू जानता है, मैं खुदकुशी करने की सोच रहा था।
दोस्त: क्यों, क्या हुआ?
आदमी: फिर सोचा, लोग लोगों की मौत से क्या होता है, और मैंने सोचा, इससे बेहतर है कि मैं उन्हें जीने दूं!
हिंदी में 500 जोक्स: बेहतरीन मनोहारी हास्य के संग्रह
मजेदार और जबरदस्त हिंदी जोक्स का संग्रह! यह बेहतरीन कंटेंट पैक 500 जोक्स आपको दिलचस्प कहानियों, मजेदार पंजीकरणों और ट्विस्टेड हास्यसंगतियों के साथ खूब हंसाएगा। यह समर्पित पोस्ट आपकी मनोहारी और मनोरंजक जिंदगी को रंगीन बनाने के लिए बनाया गया है। इसे अपनाएं और अपने दोस्तों और परिवार के साथ हंसी का आनंद लें!
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